For all the lone wolfs out there .....
जब भी अपने कमरे को देखा, खुद को अकेला पाया।
काश! आइन्हा होता तो दोस्त मिल जाता।
For all those who suffered from heavy work load and not able meet their friends ....
इतना नाराज़ न होना की दिल का गुबार आँखों के रस्ते निकल जाये,
और आपको मानाने में मेरी जान निकल जाये।
हम मिलेंगे कभी न कभी थोडा इंतज़ार करो,
बस यह काम के भोज का तूफ़ान निकल जाये।
For all those who believes in love ..
Love isn't blind, its retarded!
For all phillospher out there:
Phillosphy is the "Rationalism" Defence Mechanism(of freudian theory) of our mind.
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